1.0×

आमोद = आवश्यकता उपयोगिता पूरकता में सफलता सहज उत्सव प्रकाशन।

उल्लास = समाधान, समृद्धि सहज उत्सव उन्नति का प्रकाशन।

विनोद = परस्पर ज्ञान, विवेक, विज्ञान सहज समानता का परीक्षण-निरीक्षण प्रसन्नता सहज प्रकाशन स्वीकृति रूप में।

व्यवहार = मानवत्व सहित व्यवस्था, समग्र व्यवस्था में भागीदारी करना।

विन्यास = विविध परिस्थितियों में न्याय-निर्वाह वैभव।

यह मौलिक अधिकार है।

6.8 अधिकार (परिवार समूह सभा का अधिकार)

(1)

  1. 1) सभा गठन सहज अधिकार।
  2. 2) गठन में कार्यरत सदस्यों सहज संबंधों को पहचानने का अधिकार।
  3. 3) आयु के अनुसार संबोधनाधिकार।
  4. 4) बहन-भाई, चाचा-चाची नाम से संबोधन अधिकार।
  5. 5) गांव मोहल्ले में रहने वाले सभी परिवार मानव लक्ष्य को प्रमाणित करने में प्रोत्साहित करने का अधिकार।
  6. 6) मानवत्व में, से, के लिए मार्गदर्शन देने व पाने का अधिकार, परिवार न्याय को बनाये रखने में मार्गदर्शन करने, पाने का अधिकार।
  7. 7) परिवार समूह सभा में कार्यरत हर सदस्य दस परिवार जनों के लिए सर्वशुभ मार्गदर्शन का अधिकार।
  8. 8) सर्वशुभ रूपी समाधान, समृद्धि, अभय, सहअस्तित्व में जागृति सहज प्रमाण के अर्थ में मार्गदर्शन का अधिकार हर समझदार परिवार एवं परिवार समूह सभा में रहेगा।
  9. 9) दस परिवार समूह सभाओं की गतिविधियों को परस्पर परीक्षण-निरीक्षण करने का अधिकार रहेगा।
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