प्रस्तावना
हर नर-नारी मानवीयतापूर्ण आचरण में मूल्य, चरित्र, नैतिकता सहज निर्वाह सहित मूल्याँकन पूर्वक सम्पूर्ण आयाम, कोण, परिप्रेक्ष्य और दिशा सम्पूर्ण देशकाल में समाधान समृद्धि पूर्वक सुरक्षित होने रहने, अखण्ड समाज सार्वभौम व्यवस्था में प्रमाणित होने, करने-कराने-करने हेतु सहमत होने के लिए यह न्याय सम्मत, समाधान सहज, सहअस्तित्व सहज परम सत्य पूर्ण आचार संहिता मानव में, से, के लिये अर्पित है।
- ए. नागराज
श्री भजनाश्रम, श्री नर्मदांचल
अमरकंटक, जिला-अनूपपुर (म.प्र.)