प्रकृति सहज चार अवस्थाएं (परस्पर पूरक)
अवस्था | रूप | क्रिया | स्वभाव | धर्म | अनुषंगी |
पदार्थावस्था | मिट्टी, पत्थर, मणि, धातु | रचना-विरचना | संगठन-विघटन | अस्तित्व | परिमाणानुषंगी प्रवृत्ति |
प्राणावस्था | पेड़-पौधे, लता, गुल्म | श्वसन-प्रश्वसन | सारक-मारक | अस्तित्व सहित पुष्टि | बीजानुषंगी |
जीवावस्था | पशु-पक्षी | वंश केंद्रित | क्रूर-अक्रूर | अस्तित्व, पुष्टि सहित जीने की आशा | वंशानुषंगी प्रवृत्ति |
ज्ञानावस्था | मनुष्य | समझदारी केंद्रित आहार, विहार, कार्य-व्यवहार | धीरता, वीरता, उदारता, दया, कृपा, करुणा | अस्तित्व, पुष्टि, जीने की आशा सहित सुख | संस्करानुषंगी (समझदारी के अनुसार प्रवृत्ति) |