1.0×

कर सकता है । साथ ही व्यवस्था और व्यवस्था में भागीदारी को प्रत्येक मानव व्यवहार में प्रमाणित कर सकता है। तथा समाधान, समृद्घि, अभय और सहअस्तित्व को वर्तमान में प्रमाणित कर सकता है। यही मानव कुल का आशय और अपेक्षा भी रहा है।

[88q88\

Page 93 of 217
89 90 91 92 93 94 95 96 97