8.9 (4) विनिमय कोष समिति
आरंभ में ही अखण्ड समाज सार्वभौम व्यवस्था में पारंगत रूप में समझ सहित समाधान, समृद्धि सम्पन्न व्यक्ति विनिमय कोष कार्य में भागीदारी करेंगे।
सौ परिवार के गांव के लिए अनुमानत: कम से कम तीन व्यक्ति विनिमय कोष में भागीदारी करेंगे। इसमें से एक व्यक्ति गाँव में उत्पादित वस्तुओं के अन्य स्थानों में, बाजारों में विक्रय करेगा एवं अन्य स्थान व बाजारों से वस्तुओं को विनिमय पूर्वक अथवा क्रय विधि से विनिमय कोष में लायेगा। दूसरा व्यक्ति लेखा जोखा व खातों की देख-रेख करेगा। तीसरा व्यक्ति सामान का लेन-देन करेगा व उनको भंडार में रखने की व्यवस्था करेगा। आवश्यकता पड़ने पर अन्य व्यक्तियों को भी विनिमय कोष में भर्ती किया जा सकता है।
विनिमय कोष के काम काज को सुगम बनाने के लिए कम्प्यूटर को प्रयोग में लाया जायेगा। क्रम से विनिमय कोष व्यवस्था, पूरे राज्य व देश में, स्थापित हो जाने पर, ग्राम विनिमय कोष क्रम से, ग्राम समूह क्षेत्र , जिला मंडल, मुख्य राज्य व प्रधान राज्य के विनिमय कोष समितियों के साथ आदान-प्रदान से जुड़ा रहेगा। “विनिमय कोष” संविधान के अनुसार, कार्य करता रहेगा, जिसकी जिम्मेदारी विनिमय कोष समिति की होगा जो समय-समय पर खातेदार सदस्यों की सामान्य बैठक बुलाकर, उनके सामने प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगा। सामान्य बैठक में बहुमत के आधार पर मार्गदर्शन प्राप्त करेगा।
8.9 (5) स्वास्थ्य संयम समिति
ग्राम के सभी व्यक्तियों के स्वास्थ्य एवं संयम की जिम्मेदारी ग्राम स्वास्थ्य समिति की होगी। यह समिति शिक्षा संस्कार समिति के साथ मिलकर कार्य करेगी। स्वास्थ्य संयम संबंधी पाठ्यक्रम और कार्यक्रम को तैयार कर शिक्षा में सम्मिलित कराएगी। ग्राम में चिकित्सा केन्द्र की व्यवस्था, योगासन, व्यायाम, अखाड़ाखेल कूद व्यवस्था, स्कूल के अलावा खेल मैदान (स्टेडियम), सांस्कृतिक भवन क्लब आदि व्यवस्था का दायित्व, ग्राम स्वास्थ्य समिति का होगा। समिति स्थानीय रूप से उपलब्ध जड़ी-बूटियों द्वारा औषधि बनाने के लिए आवश्यकीय व्यवस्था करेगी। इसके साथ ही पशु चिकित्सा केन्द्र की व्यवस्था का दायित्व भी स्वास्थ्य समिति का होगा। समिति “समन्वित चिकित्सा” (आयुर्वेद, एलोपैथी, होम्योपैथी, यूनानी, योग प्राकृतिक, मानसिक) के उन्नयन की व्यवस्था करेगी।
सब ग्रामवासियों को स्वास्थ्य व्यवहार, आचरण संबंधी मूल्यों का मूल्यांकन, उपयोगिता व प्रयोजन मूलक पद्धति से समिति व्यवस्था प्रदान करेगी। अलंकार, प्रसाधन कार्य, शरीर स्वच्छता महिलाओं व बच्चों को रोग-निरोधी उपायों से अवगत करायेगा और सीमित व संतुलित परिवार के रूप में व्यवहृत होने के लिए व्यवस्था प्रदान करेगी। ऐसी जागृति के लिए व्यापक कार्यक्रम को समिति चलाएगी। सामान्य रूप में घटित