- 2) साहित्य और कला को परिवार राज्य और ग्राम स्वराज्य के अर्थ में प्रदर्शन कार्य के लिए प्रवृत्त करना।
- 3) परिवारगत अंतर्विरोध की संभावनाओं को दूर करने के रूप में परिवारों को सुरक्षा प्रदान करना।
- 4) जागृति सम्पन्न एक परिवार की श्रेष्ठता को सभी परिवारों में सुलभ करने के रूप में परिवार को सुरक्षा प्रदान करना।
- 5) किसी परिवार के साथ आकस्मिक दुर्घटना, प्राकृतिक प्रकोप से, असाध्य रोग से क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में, उनमें सान्त्वना व सहायता प्रदान करने के रूप में परिवार को सुरक्षा प्रदान करना।
शिक्षा संस्कार सुरक्षा :-
- 1) न्याय सुरक्षा समिति यह सुनिश्चित करेगी कि प्रत्येक ग्रामवासी को मानवीय शिक्षा (व्यवहार शिक्षा व व्यवसाय शिक्षा) ठीक से मिल रही है या नहीं। जो स्कूल छोड़ दिए हैं, स्कूल में नहीं आते हैं, उनके लिए उनके परिवार वालों से मिल जुलकर शिक्षा संस्कार को सुलभ कराएगी।
- 2) मानवीय शिक्षा में कहीं से भी व्यतिरेक उत्पन्न होता है तो उसको दूर करने की व्यवस्था करेगी।
- 3) शिक्षकों का मूल्यांकन करेगी कि वे ठीक से शिक्षा प्रदान कर रहे हैं या नहीं? समय-समय पर आकर निरीक्षण-परीक्षण पूर्वक मार्ग दर्शन देगी।
स्वास्थ्य संयम सुरक्षा :-
- 1) ग्रामवासियों की बुरी आदतें, जैसे सिगरेट, बीड़ी, गाँजा, तम्बाकू, जर्दा, शराब, अफीम, चरस, जुआ आदि समाज विरोधी बुरे प्रभावों के निराकरण के प्रति उन्हें जागृत कर सुधारना और उन्हें सुरक्षा प्रदान करना। स्वस्थ, समाधान, समृद्धि पूर्वक जीने में विश्वास सम्पन्न करना।
- 2) पशु धन की सुरक्षा करना।
- 3) जान माल की हानि न हो ऐसी व्यवस्था करना।
- 4) वातावरण में यदि कोई प्रदूषण फैला रहा हो जो कि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, उसको रोकना।
नैसर्गिक सुरक्षा :- सुरक्षा समिति नैसर्गिक सुरक्षा के लिए निम्न नियमों को ध्यान में रखते हुए कार्य करेगी:-
- 1) गाँव की प्राकृतिक सम्पदा का (खनिज, वन, जीव) उसके अनुपात के रूप में उपयोग करेगी।
- 2) प्राकृतिक सम्पदा के उत्पादन में किसी के भी द्वारा विघ्न न डालने देना।
- 3) प्राकृतिक सम्पदा के उत्पादन में सहायक होना, यह सुनिश्चित करना है।