के साथ सौ परिवार सहमति परिवार के समान परिवार समूह का, समूह के साथ ग्राम क्रम से विश्व परिवार सभा में से के लिए समायोजन होना स्पष्ट है।
- 3. चौथी स्थिति दस गांवों का व्यवहार कार्य व उत्पादन सेवा कार्यों का मूल्यांकन सहज सहमत होना आवश्यक रहेगा।
ग्राम-मोहल्ला परिवार सभा तक प्रत्येक परिवार का मूल्यांकन, स्वीकृति व सहमति आवश्यक है क्योंकि विश्व परिवार सभा तक सभाओं में मूल्यों का मूल्यांकन में तालमेल एक आवश्यकता है, जिसमें मूल्यांकन में सहमति 'दश सोपानीय व्यवस्था’ स्वीकार और सार्थक हो सके।
प्रत्येक और सम्पूर्ण मानव में, से, के लिए मानवत्व सहित व्यवस्था में भागीदारी ही है।
मानवीयता पूर्ण आचरण मूल्य, चरित्र, नैतिकता का संयुक्त रूप है –
मूल्य = जाग्रत मानव परस्परता में जीवन मूल्य, मानव मूल्य, स्थापित मूल्य, शिष्ट मूल्यों का वर्तमान व प्रमाण।
चरित्र = स्वधन, स्वनारी-स्वपुरूष, दयापूर्ण कार्य व्यवहार।
नैतिकता = तन-मन-धन रूपी अर्थ का सदुपयोग व सुरक्षा का वर्तमान।
यह सभी व्यवस्था सहज सोपानों में मूल्यांकन का आधार है। साथ ही वस्तु मूल्य व कला मूल्य की उपयोगिता के आधार पर मूल्यांकन होना ही जागृत मानव परंपरा है। संबंधों का पहचान, मूल्यों का निर्वाह, मूल्याँकन, परस्परता में तृप्ति होता है।
- 4. परिवार में - हस्त कला, ग्राम-शिल्प कला
परिवार समूह में - कुटीर उद्योग
ग्राम परिवार में - ग्रामोद्योग
ग्राम समूह परिवार में - लघु उद्योग, विकल्प
क्षेत्र परिवार में - लघु उद्योग, मध्यम कोटि का उद्योग, विकल्प
मंडल परिवार में - मध्यम कोटि का उद्योग व बड़े उद्योग, विकल्प
मंडल समूह परिवार में - मध्यम व बड़े उद्योग, विकल्प
मुख्य राज्य परिवार में - बड़े उद्योग, विकल्प
प्रधान राज्य परिवार में - वृहत्तर उद्योग, विकल्प