के आधार पर ही मानव सूक्ष्मतम संकेत से स्थूलतम संकेत तक के लिए, घटाने बढ़ाने के मापदण्डों को करतलगत कर चुके हैं । इस प्रकार मापदण्ड अंततः स्वयं में किसी वस्तु का अथवा गति, दबाव, तरंग, शब्दों का सूक्ष्मतम, स्थूलतम गति, दबाव को बढ़ाने-घटाने के रुप में पहचानने की विधियाँ हैं । ये ज्यादातर दूर संचार के लिए अनूकूल हुआ है ।
विस्तार
(विस्तार अपने में रचना की अवधि के बराबर होता है ।) कोई रचना, इकाई जितने लम्बाई, चौड़ाई, ऊँचाई में फैली हुई है, वह उसका विस्तार है । रचना के मूल में यह तथ्य हमें विदित हो गया है कि परमाणु से अणु, अणुओं से अणु रचनाएं, छोटे, बड़े होने की बात स्पष्ट हो चुकी है । यह धरती जैसी अनेक धरती भी अणुओं से रचित रचनाएँ हैं । कई अन्य ग्रह गोल में भी इस धरती की तरह ठोस, तरल, विरल वस्तुयें हो सकती है । अनेक तरह के ग्रह, गोल हमारे आँखों के सम्मुख प्रतिबिम्बिति रहते ही हैं । हम यह भी जानते हैं, दूर-दूर में बहुत सारी धरतीयाँ हो सकती हैं । इस धरती के संबंध में भी कोने-कोने को पहचानने के लिए प्रयत्न हुआ । अन्य धरतीयों को पहचानने की इच्छा मानव में रहती ही है । इसके लिए प्रौद्योगिकी विधि से प्रयास काफी वर्षों से किया जा रहा है । यह सब अपने गति से प्रयासों के अनुपात से सम्भव होता ही रहेगा । मुख्य मुद्दा इस धरती पर मानव, परस्पर विश्वास के साथ पर रहने का है ।
अपने विश्वास पर जीने के लिए पहले समझ चुके हैं - स्वयं में विश्वास होना है । श्रेष्ठता का सम्मान करने में, व्यक्तित्व की कसौटी में, प्रतिभा को प्रमाणित करने में, व्यवहार में सामाजिक होने, व्यवसाय में स्वावलम्बी होने से है । विश्वास प्रतिष्ठा हर मानव चाहता है । स्वयं में विश्वास का मतलब इतने में सार्थक होना पाया जाता है । तभी इस धरती पर सदा-सदा के लिए मानव परंपरा आश्वस्त होना बनता है ।
इस धरती का विस्तार अपने में निश्चित हो चुका है । मानव के मापदण्ड से भी । धरती का स्थल अपने में स्वयं सिद्ध है । यह धरती, विभिन्न प्रजातियों के अणुओं का सहअस्तित्व पूर्ण रचना स्पष्ट है । इस पर स्वयं में रासायनिक संरचनायें भी प्रकट होकर मानव शरीर पर्यन्त प्रमाणित हो चुकी हैं । मानव, शरीर और जीवन के संयुक्त रुप में, पूरी धरती, अनेक ग्रह गोल, ब्रहमाण्डीय किरणों तक का अध्ययन करने का अधिकारी है । इन सब का उपकार मानव को उपलब्ध हो चुका है । इसी के साथ, मानव का अध्ययन मानव के लिए अधूरा ही रहा । इसी की आपूर्ति