- 1. सहअस्तित्व विधि से मानवत्व सहित जीना संस्कृति न्याय है।
- 2. अखण्ड समाज सूत्र व्याख्या रूप में जीना सभ्यता सहज न्याय है।
- 3. स्वयं में ज्ञान, विवेक, विज्ञान रूप में व्यवस्था सहज विधि से जीना न्याय है।
- 4. सहअस्तित्व सहज यथार्थता, वास्तविकता, सत्यता को जानना, मानना, पहचानना, निर्वाह करना के रूप में जीना न्याय है।
- 5. सर्वतोमुखी समाधान सूत्र व्याख्या में जीना न्याय है।
- 6. मानवीयता पूर्ण सूत्र व्याख्या में जीना न्याय है।
- 7. दश सोपानीय व्यवस्था सूत्र व्याख्या में जीना न्याय है।
- 8. समाधान, समृद्धि, अभय, सहअस्तित्व सूत्र व्याख्या में जीना न्याय है।
- 9. स्वयं में विश्वास सूत्र व्याख्या में जीना न्याय है।
- 10. श्रेष्ठता का सम्मान सूत्र व्याख्या में जीना न्याय है।
- 11. प्रतिभा सहज सूत्र व्याख्या में जीना न्याय है।
- 12. मानवीयता पूर्ण व्यक्तित्व सहज सूत्र व्याख्या में जीना न्याय है।
- 13. मूल्य, चरित्र, नैतिकता सूत्र व्याख्या में जीना न्याय है।
- 14. आवश्यकता से अधिक उत्पादन कार्य का नियम, नियंत्रण, संतुलन सूत्र व्याख्या में जीना न्याय है।
- 15. जागृति सहज प्रमाण में, से, के लिये समाधानात्मक सूत्र व्याख्या के रूप जीना न्याय है।
- 16. संस्कृति सभ्यता को, सभ्यता विधि को, विधि व्यवस्था को, व्यवस्था संस्कृति को अनुप्राणित करता हुआ सूत्र व्याख्या के रूप में जीना न्याय है।
- 17. मानवीय चेतना सहज शिक्षा से अनुप्राणित शिक्षा-दीक्षा, शिक्षा-दीक्षा से संविधान, संविधान से व्यवस्था, व्यवस्था से आचरण सूत्र व्याख्या रूप में जीना न्याय है।
- 18. हर नर-नारी समझदारी, ईमानदारी, जिम्मेदारी, भागीदारी सहज सूत्र व्याख्या के रूप में जीना न्याय है।
7.2 (11) विनिमय में न्याय
तात्विक रूप में परिभाषा विनिमय :- नियम, नियंत्रण, संतुलन पूर्वक उत्पादित वस्तुओं का उपयोगिता-पूरकता विधि से आदान-प्रदान समाधान एवं न्याय है।