इस सभा की दूसरी कड़ी न्याय सुरक्षा है। न्याय सुरक्षा में सर्वाधिक रूप में मानव न्याय अथवा समाज न्याय, लोककल्याण कार्यों में श्रेष्ठता गति और संतुष्टि का आँकलन करना रहेगा। उसमें से किसी भी श्रेष्ठता की, गति की आवश्यकता है उसके लिए समुचित मार्गदर्शन करना इस सभा का अधिकार रहेगा। इसी के साथ साथ प्राकृतिक संतुलन, जीव संतुलन, वनस्पति संतुलन, खनिज संतुलन, ऋतु संतुलन के संबंध में समुचित मार्गदर्शन को प्रस्तुत करना, अध्ययन योग्य विधि से स्वस्थ रखने के लिए सर्वाधिक ध्यान देना उसके लिए समुचित मार्गदर्शन अध्ययन विधि से प्रस्तुत करना रहेगा।
इस सभा की तीसरी कड़ी उत्पादन-कार्य है। उपयोगिता, सदुपयोगिता, प्रयोजनशीलता का मूल्याँकन करना सभी सोपानीय उत्पादनों के संबंध में पूर्णतया सजग रहना संतुलन वस्तु उत्पादन के लिए प्रधान राज्य सभाओं का मार्ग दर्शन देना बना रहेगा। इस सभा के सम्पूर्ण साधनों को मुख्य राज्य सभाओं के जो मुख्य प्रौद्योगिकी रहेगी उसी के बलबूते पर पूरा साधन एकत्रित रहेगा। साधनों के सदुपयोग का चित्रण, प्रेरणा देने का अधिकार इस सभा में निहित रहेगा। आरंभिक स्थिति में आवश्यक समझने पर सामरिक तंत्रों का उत्पादन प्रौद्योगिकीय विधि से विश्व राज्य सभा में रहेगा। उसके लिए स्त्रोत सभी प्रधान राज्य सभाएँ है। सभी आवश्यक तकनीकी प्रचलित हो चुकी है। इस विश्व राज्य सभा में एक विश्व सुरक्षा समिति बनी रहेगी। इसमें सभी प्रधान राज्य सभा के एक एक प्रतिनिधि निर्वाचित विधि से प्रस्तुत रहेंगे।
जहाँ तक सामरिक तंत्र के लिए आवश्यक है इसकी आवश्यकता तब तक रहेगी जब तक परस्पर राज्यों में पूर्ण विश्वास एकरूपता का सेतु न बन जाये। इस विधा में निश्चयन यही है समझदारी के साथ परिवार मूलक स्वराज्य व्यवस्था सार्थक रहेगी। थोड़े दिन उपरान्त मानव कुल में सामरिक उत्पादन सर्वथा अयोग्य सिद्ध होकर रहेगा।
यह भी एक परिकल्पना मानव कुल कर सकता है कि दूसरे किसी पृथ्वी से इस पृथ्वी पर आक्रमण करने का भ्रम हो सकता है। इसमें कहीं भी मानव हो, शनै: शनै: जागृत होते हुए जागृतिपूर्ण विधि से समग्र व्यवस्था को पहचानने का मुहूर्त हर पृथ्वी पर उदय होता ही है। क्योंकि पूरी प्रक्रिया इस धरती पर जैसी गुजर चुकी है उसे देखने पर अनुमान यही होता है किसी पृथ्वी पर भिन्न जलवायु में मानव कुल का विस्तार होते-होते पूरी उस पृथ्वी का ज्ञान होना, उसका भौगोलिक और जलवायु संबंधी स्वरूप समझ में आना, विभिन्न जलवायु से दूरसंचार जुड़ना,