● मानव के चारों आयाम (कार्य, व्यवहार, विचार व अनुभूति), पाँचों स्थिति (व्यक्ति, परिवार, समाज, राष्ट्र व अन्तर्राष्ट्र) तथा दश सोपानीय परिवार मूलक स्वराज्य व्यवस्था में निर्विषमता (सामरस्यता) एवं एकसूत्रता।
28. महा मांगल्य
● सत्यानुभूति जागृति (भ्रम मुक्ति)।
29. उपलब्धि
● सहअस्तित्व में स्थापित मूल्यों में अनुभूति।
● समाधान, समृद्धि, अभय, सहअस्तित्व सहज प्रमाण - यही सर्वशुभ।